नियमित सूर्य नमस्कार करने से होने वाले लाभ
शरीर को स्वस्थ, फिट और लचीला बनाए रखने के लिए रोजाना योग का अभ्यास करना आवश्यक माना जाता है। शरीर में नई ऊर्जा के संचार और तमाम तरह की बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए योग का नियमित अभ्यास फायदेमंद माना जाता है। योग विशेषज्ञों के मुताबिक सूर्य नमस्कार का अभ्यास सबसे सहज और फायदेमंद हो सकता है। सूर्य नमस्कार जीवन देने वाली ऊर्जा को बढ़ावा देने के साथ कई सारी स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में सहायक माना जाता है। इसे किसी भी उम्र के व्यक्ति कर सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए यह योग बहुत ही लाभदायक है इसे उनके चित्र की एकाग्रता बढ़ती है और वह संयमित होकर अपने पढ़ाई पर ध्यान दे पाते हैं।
शारीरिक और मानसिक शक्ति, शरीर पर बेहतर नियंत्रण, मन की शांति, संतुलित ऊर्जा और आंतरिक शांति जैसे कई लाभों का अनुभव करने के लिए सूर्य नमस्कार का अभ्यासशारीरिक और मानसिक शक्ति, शरीर पर बेहतर नियंत्रण, मन की शांति, संतुलित ऊर्जा और आंतरिक शांति जैसे कई लाभों का अनुभव करने के लिए सूर्य नमस्कार का नियमित अभ्यास करना बेहतर विकल्प हो सकता है। रोजाना इस योग को करने से शरीर, श्वास और चेतना के बीच गहरा संबंध बनाते हुए शक्ति को बढ़ावा दिया जा सकता है। आइए इससे होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं।
सूर्य नमस्कार पूरे शरीर को टोन करने, वजन घटाने में मदद करने और मांसपेशियों तथा जोड़ों को मजबूती देने का सबसे बेहतर अभ्यास माना जाता है। पाचन तंत्र, नींद में सुधार करने के साथ शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए भी सूर्य नमस्कार योग को किया जा सकता है। यह महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है क्योंकि यह नियमित मासिक धर्म सुनिश्चित करने में मदद करता है।
सूर्य नमस्कार के एक सेट में 12 मुद्राओं का योग है:
प्रणाम आसन (प्रार्थना मुद्रा)
हस्त उत्तानासन
पादहस्तासन (आगे की ओर झुकना)
अश्व संचालनासन (घुड़सवारी मुद्रा)
संथोलानासन (प्लैंक पोज)
अष्टांग नमस्कार आसन (अष्टांग नमस्कार)
भुजंगासन (कोबरा मुद्रा)
अधो मुख संवागासन
अश्व संचालनासन (घुड़सवारी मुद्रा)

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