आखिर कितना लाभदायक होता है काढ़ा
दादी-नानी के नुस्खों में घर में मौजूद चीजों को मिलाकर काढ़े बनाए जाते थे, जो कई तरह से सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। पहले के समय में मौसम बदलने के कारण होने वाले सर्दी-जुकाम और बुखार में घर पर ही काढ़ा बनाकर दिया जाता था। काढ़ा बनाने के लिए घरेलू मसालों का उपयोग किया जाता है जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। इन काढ़ों के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, जिससे हमारा शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम होता है। काढ़ा में जिन औषधीय गुणों से भरपूर हर्ब्स और मसालों का सेवन किया जाता है उनमें एंटी-वायरल गुण मौजूद होते हैं जो मौसमी बीमारियों में बेहद असरदार है। काढ़ा इम्यूनिटी को बूस्ट करता है, साथ ही हेल्थ भी ठीक रखता है। काढ़े के सेवन से छाती के बलगम से निजात मिलती है। इसमें एंटी-इंफ्लामेट्री गुण और एंटीसेप्टिक गुण भी मौजूद होते हैं जो कफ से निजात दिलाते हैं, साथ ही पुरानी से पुरानी खांसी का भी उपचार करते हैं। आइए जानते हैं इसके फायदे और काढ़ा कैसे बनाएं
- काढ़ा में एंटीवायरल गुण पाए जाते है।
- यह अपने प्रभाव से शरीर में उपस्थित बलगम को कम करने में मदद करता है।
- काढ़ा वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने में काफी मददगार है।
- इसमें विरोधी गुण और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है। यह गले को भिगोकर खांसी को दूर करता है।
- काढ़ा खांसी जुकाम और बुखार के उपचार के अलावा पथरी के इलाज में हुए भी बहुत ही प्रभावशाली होता है।
- यदि आप 6 महीने नियमित रूप से इस कार्य का सेवन करें, तो आप की प्रतिरोधक क्षमता बढ सकती है
- काढ़ा एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत माना जाता है।
मेथी, सौंफ और दालचीनी का काढ़ा
काढ़ा बनाने के लिए आपको टी पैन में एक गिलास पानी और एक छोटा चम्मच मेथी दाना, सौंफ के बीज डालें। साथ ही एक दालचीनी की छड़ी या एक चम्मच पाउडर डालें। इस मिश्रण को तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा न रह जाए। उसके बाद इस काढ़े को छानकर एक कप में निकाल लें।और इसका सेवन करें। आप चाहें, तो स्वाद बढ़ाने के लिए इसमे नींबू का रस और गुड़ भी मिला सकते हैं।
तेजपत्ते का काढ़ा
तेजपत्ते का काढ़ा बनाने के लिए आपको 10 ग्राम तेजपत्ता, 10 ग्राम अजवायन और 5 ग्राम सौंफ. इन सभी को एक साथ पीसकर मिश्रण तैयार कर लें. अब एक 1 लीटर पानी को गैस पर चढाएं और उबाल आने के बाद इस मिश्रण को पानी में डालकर अच्छी तरह से उबालें. उबलने के बाद 100-150 मिलीलीटर पानी बच जाए तो गैस बंद करे और इसका सेवन करें
तुलसी का काढ़ा
एक पैन में पानी डालकर मीडियम आंच पर उबलने के लिए रखें. जब हल्का गरम हो जाए तो इसमें तुलसी की पत्तियां, लेमन ग्रास, इलायची काली ,मिर्च और अदरक डालकर 4-5 मिनट तक उबालें.इसके बाद इसमें गुड़ डालकर आंच बंद कर दें.काढ़े को चम्मच से चलाते रहें ताकि गुड़ घुल जाए.1-2 मिनट के बाद कप में छानकर चाय की तरह थोड़ा-थोड़ा पीएं.

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