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मुंह में होने वाले छालों को कैसे ठीक करें?

मुंह मे छाले होने के कारण और उसके घरेलू उपचार
 मुंह में छाले होना एक आम बात है परंतु जिस व्यक्ति को बार बार मुंह में छाले होते हैं उन्हें चाहिए कि वह पूरी तरीके से डॉक्टर से संपर्क करें और उसके कारण को जानें क्योंकि बार-बार ऐसा होना नुक़सानदेह होता है। 
मुंह में छाले लाल और सफेद दोनों रंग के होते हैं। यह होठों, मसूड़ों, जीभ और मुंह के अंदरूनी हिस्से में होते हैं परंतु कई बार ऐसा होता है कि यह खाने की नली तक पहुंच जाते हैं और खाना खाते समय बहुत ज्यादा दर्द भी होता है इसके साथ उनमें जलन भी होती है ऐसी स्थिति में व्यक्ति कोई भी चीज आसानी से खा नहीं पाता चाहे वह मीठा हो या फिर तीखा हो मुंह के छाले कई बार अपने आप ठीक भी हो जाते हैं और कई बार हमें दवाइयां भी लेनी पड़ जाती हैं इसके साथ-साथ इसे ठीक करने के लिए घरेलू नुस्खे भी हैं। 
मुंह मे छाले होने के कारण 
गलती से अपने टूथब्रश को अपने मसूड़ों पर या अपने गाल के अंदर रगड़ने से भी मुंह में छाले हो सकते हैं।

 पेट में गर्मी के कारण मुंह में छाले होना आम बात है जब हमारे पेट में कोई समस्या होती है या उसमें कुछ गड़बड़ी होती है तो हमारे मुंह में छाले हो जाते हैं। हमेशा अपने पेट को सही रखना चाहिए क्योंकि बहुत सारी बीमारियां पेट ना सही होने के कारण होती है।

विटामिन बी12, आयरन और फोलिक एसिड की कमी मुंह के छालों के अन्य सामान्य कारण हैं क्योंकि विटामिन बी12 की कमी से शरीर में असामान्य रूप से बड़ी रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है।

कई बार तनाव के कारण भी मुंह में छाले होना शुरू हो जाते हैं और तनाव के खत्म होते ही मुंह के छाले खुद-ब-खुद खत्म भी हो जाते है इसीलिए तनाव से दूर रहें और अपने मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव डालें ताकि आप किसी भी चिंता और तनाव से बचे रहें। चिंता और तनाव जैसी मानसिक बीमारियां बहुत खतरनाक होती हैं।

मुंह में छाले होना या मुंह के अंदर अत्यधिक लाल धब्बे होना भी मुंह के कैंसर के कारण हो सकता है।


छालों को ठीक करने के घरेलू नुस्खे 

नमक के पानी से कुल्ला करने से छालों की पीड़ा और सूजन को कम हो जाती है एक गिलास गुनगुने पानी में आधा छोटा चम्मच नमक मिलाएं और इस पानी को मुंह में ले कर कुल्ला करें.

 एलो वेरा जेल में सूजन और दर्द को कम करने वाले गुण होते हैं. प्राकृतिक एलो वेरा जेल को सीधा छालों पर लगाएं।

 हल्दी में एंटी-इंफ्लैमेटरी गुण होते हैं थोड़ी हल्दी को पानी के साथ पेस्ट बनाएं और छालों पर लगाएं।

 तुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं तुलसी की पत्तियां चबा सकते हैं या उसका काढ़ा बनाकर पीएं।

बेकिंग सोडा छालों को सूखा सकता है थोड़ी मात्रा में बेकिंग सोडा को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं और छालों पर लगाएं।


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