नसों में होने वाली कमजोरी में कारगर है योगासन
नसों की कमजोरी दूर करने वाले योगासन
स्वस्थ रहने के लिए शरीर में बेहतर ढंग से ब्लड सर्कुलेशन होना अवश्य है शरीर में ब्लड सप्लाई करने का काम नसें करती हैं नसें हमारे शरीर के विभिन्न हिस्सों तक खून पहुंचाने का काम करती हैं। लेकिन कई बार कुछ कारणों से नसें कमजोर हो जाती हैं, जिससे हमें कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है कुछ योगासनों की मदद से नसों की कमजोरी की समस्या से राहत मिल सकती है आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो नसों को मजबूत बनाने में मददगार साबित होते हैं।
कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति प्राणायाम करने के लिए सबसे आप पहले योगा मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठें और अपने दोनों हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें इसके बाद अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपने पूरे शरीर को ढीला छोड़कर नाक से गहरी सांस लें, फिर पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए सांस को छोड़ें कुछ देर तक इस प्रक्रिया को दोहराते रहें इसके बाद धीरे-धीरे अपनी आंखों को खोले।
जॉगिंग
रनिंग और जॉगिंग करना आपके स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है रनिंग करने से शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के तनाव को कम करने में मदद करता है।
साइकिलिंग
नियमित रूप से साइकिल चलाना आपके तंत्रिका तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है साइकिल चलाना फिजिकल और मेंटल स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है, जिससे नसों में क्षति होने का खतरा काफी हद तक कम होता है।
वज्रासन
इस आसन को करने के लिए जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं इस दौरान अपनी रीढ़ और सिर को सीधा रखें
अब अपने हाथों को घुटनों पर रखें अपनी एड़ियों को एक-दूसरे से थोड़ा अलग रखें इसके बाद आंखों को बंद करके सामान्य रूप से सांस लेते रहें इस मुद्रा में 5-10 मिनट तक बैठने की कोशिश करें।
अनुलोम विलोम प्राणायाम
अनुलोम विलोम प्राणायाम के लिए पहले योगा मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठें और अपनी दोनों आंखों को बंद कर लें अब अपने दाएं हाथ के अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद करके नाक के बाएं छिद्र से सांस लें, फिर अपने दाएं हाथ की अनामिका उंगली से नाक के बाएं छिद्र को बंद करके दाएं छिद्र से सांस छोड़ें कुछ मिनट इस प्रक्रिया दोहराने के बाद धीरे-धीरे अपनी आंखें खोलें।

Post a Comment