Header Ads

महिलाएं यूरिन इन्फेक्शन से कैसे निजात पाएं?


महिलाओ में यूरिन इंफेक्शन की समस्या
महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन की समस्या काफी ज्यादा होती है दुनिया की लगभग हर महिला कभी न कभी इस तकलीफ से गुजर होती है कई बार यूरिन इंफेक्शन समस्या होने पर महिलाएं कही बाहर जाने में भी हिचकती है कई बार यूरिन इंफेक्शन होने पर महिला को समझ नहीं आता कि ये यूरिन इंफेक्शन की समस्या है ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं, जो महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन होने पर ये लक्षण नजर आते हैं वैसे, तो यूरिन इंफेक्शन आम समस्या है इलाज कराने पर ये समस्या आसानी से ठीक होती हैं लेकिन कई बार इस पर ध्यान न देने की वजह से किडनी में भी इंफेकशन फैल सकता हैं आइए जानते हैं महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन होने के लक्षणों के बारे में।

यूरिन इंफेक्शन के लक्षण 
बहुत कम मात्रा में मूत्र त्यागना
बार-बार पेशाब करने की आवश्यकता या 'आग्रह' महसूस होना
पेशाब करने के बाद भी महसूस करें कि मूत्राशय भरा हुआ है
मतली और बुखार के साथ अस्वस्थ महसूस करना
भ्रम का अनुभव करें (बुजुर्गों में अधिक सामान्य)
पेशाब करते समय दर्द, चुभन या जलन महसूस होना
पेशाब में बदबूदार, धुंधला, काला या खून आना
पीठ के निचले हिस्से या बाजू में दर्द या पेट के निचले हिस्से में असहजता महसूस होना

यूरिन इन्फेक्शन के प्रकार 
ब्लैडर में इंफेक्शन: इस संक्रमण को चिकित्सा भाषा में सिस्टाइटिस भी कहा जाता है इसमें ब्लैडर में बैक्टीरियल संक्रमण हो जाता है जिस व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उन्हें ब्लैडर यीस्ट इंफेक्शन भी हो सकता है। 

यूरिन मार्ग इंफेक्शन: इस रोग को यूरेथ्राइटिस कहा जाता है यह स्थिति बैक्टीरिया के कारण उत्पन्न होती है जिसके कारण मूत्र मार्ग में सूजन आ जाती है, जिससे रोगी पेशाब करते समय दर्द और जलन का अनुभव करता हैं। 

किडनी इंफेक्शन: यदि संक्रमण गुर्दे तक पहुंच जाता है, तो यह एक गंभीर स्थिति हो सकती है और कई मामलों में अस्पताल तक जाने की नौबत आ जाती है इसके कारण रोगी को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे बुखार, पेशाब में खून, पेल्विस में दर्द इत्यादि।

यूरिन इंफेक्शन को रोकने के उपाय 
बैक्टीरिया के प्रवेश को रोकने के लिए मूत्रमार्ग को यथासंभव साफ और सूखा रखने के लिए प्राकृतिक फाइबर अंडरवियर पहनें बहुत अधिक तंग कपड़े हवा के प्रवाह को मूत्रमार्ग तक पहुंचने से रोक सकते हैं वेंटिलेशन के बिना, रोगाणु शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।

मूत्र पथ का संक्रमण तब विकसित हो सकता है जब मूत्र पथ में बैक्टीरिया कोशिका की दीवारों से चिपक जाते हैं। क्रैनबेरी जूस में सक्रिय घटक, प्रोएंथोसायनिडिन, बैक्टीरिया को मूत्र पथ की दीवारों पर चिपकने से रोकता है, जिससे यूरिन इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है ओवर-द-काउंटर क्रैनबेरी गोलियां और बिना चीनी वाला क्रैनबेरी जूस लेने की सलाह दी जाती है।

यूरिन इंफेक्शन को रोकने के लिए आप आंवले का सेवन भी कर सकते हैं इसके लिए आप सुबह खाली पेट एक गिलास आंवले के जूस का सेवन करें इससे शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाएंगे और यूरिन इन्फेक्शन की समस्या से राहत मिलेगी।

यूरिन इन्फेक्शन की समस्या से निजात पाने के लिए आप सेब के सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं इसके लिए एक कप गुनगुने पानी में दो चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं दिन में दो से तीन बार इस मिश्रण का सेवन करने से यूरिन इन्फेक्शन से राहत मिलेगी।

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.